
धुरंधर की शानदार सफलता के बीच अक्षय खन्ना के स्कूल दिनों की यादें सामने आई हैं. लॉरेंस स्कूल लवडेल की एक पूर्व छात्रा ने बताया कि कैसे विनोद खन्ना के बेटे होने के बावजूद अक्षय शांत, और पूरे स्कूल के सबसे बड़े क्रश हुआ करते थे.
बॉलीवुड अभिनेता अक्षय खन्ना एक बार फिर चर्चा में हैं. फिल्म ‘धुरंधर’ में रहमान डकैत के किरदार में उनकी दमदार अदाकारी को दर्शकों और समीक्षकों से जबरदस्त सराहना मिल रही है. फिल्म बॉक्स ऑफिस पर लगातार रिकॉर्ड बना रही है और इसी बीच सोशल मीडिया पर अक्षय से जुड़ी पुरानी यादें भी ताजा हो गई हैं.
इन यादों में सबसे खास है उनकी एक पूर्व स्कूल साथी की पोस्ट, जिसमें उन्होंने अक्षय खन्ना के छात्र जीवन की झलक साझा की है. ऊटी स्थित प्रतिष्ठित लॉरेंस स्कूल लवडेल की पूर्व छात्रा सायरा शाह हलीम ने बताया कि अक्षय उनसे कुछ साल सीनियर थे और स्कूल में रहते हुए भी बेहद अलग और रहस्यमय स्वभाव के थे.
अक्षय खन्ना थे स्कूल क्रश
जब स्कूल पहुंचे, तो वे किसी स्टार किड जैसी चमक-धमक के बजाय सादगी और संजीदगी के साथ नजर आए. अगले दो सालों तक वे स्कूल परिसर में रोज दिखते- कभी हरे-भरे रास्तों पर टहलते हुए, कभी टक शॉप से निकलते हुए. बिना किसी कोशिश के वे स्कूल क्रश बन चुके थे.
हमेशा से रहा शांत स्वाभाव
सायरा लिखती हैं कि अक्षय न तो फुटबॉल टीम के कप्तान थे और न ही बड़े ग्रुप्स का हिस्सा. वे शांत स्वभाव के, गहरे सोचने वाले और रहस्यमयी व्यक्तित्व के थे. स्कूल सोशल्स से दूरी बनाए रखना, लॉन में चाय की चुस्की लेते हुए अकेले बैठना- यही उनकी पहचान थी. पारंपरिक अर्थों में ‘लेडीज मैन’ न होने के बावजूद वे सबसे लोकप्रिय सीनियर थे.
फिल्मों में आने के बाद भी नहीं बदले अक्षय खन्ना
उन्होंने यह भी याद किया कि कैसे विनोद खन्ना और उनकी पत्नी अक्सर अक्षय से मिलने स्कूल आया करते थे. इतने बड़े फिल्मी परिवार से होने के बावजूद अक्षय हमेशा जमीन से जुड़े और लो-की बने रहे. सायरा ने लिखा कि फिल्मों में आने के बाद भी कुछ नहीं बदला- वही रहस्य, वही सादगी.
आज जब ‘धुरंधर’ की सफलता के साथ अक्षय खन्ना को वह सम्मान मिल रहा है, जिसके वे हकदार हैं, तो उनके पुराने स्कूलमेट्स और प्रशंसक समान रूप से खुश हैं.








