
महिमा सत्यम शिव, धरोहर स्वरूप ॐ,
शिवत्व ही प्रकृति में,
दिव्य वरदान है।
जल-थल और नभ, सूर्य चंद्र तारागण,
धरा से अंबर तक,
ब्रह्मांड प्रदान है।
‘सुषमा’ सुरम्य घाटी, वसुधा पवित्र माटी,
विविध विचित्र दृश्य,
अद्भुत महान है।
भाँति-भाँति सुमनों से, सजी रहे फुलवारी,
जीवन के वाटिका में,
पुष्पित उद्यान है।
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*…✍️कवयित्री सुषमा प्रेम पटेल, रायपुर/रायगढ़ छ ग
सुप्रभात मधुर वंदन🙏🌷